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रुपरेखा : प्रस्तावना - राष्ट्रीय युवा दिवस 2022 - राष्ट्रीय युवा दिवस का इतिहास - राष्ट्रीय युवा दिवस पर गतिविधिया - राष्ट्रीय युवा दिवस क्यों मनाया जाता है - राष्ट्रीय युवा दिवस 2022 की थीम - उपसंहार।
प्रस्तावना -हर साल 12 जनवरी को पूरे भारत में बड़े उत्साह और खुशी के साथ राष्ट्रीय युवा दिवस (युवा दिवस अथवा स्वामी विवेकानंद जन्म दिवस) मनाया जाता है। इसे आधुनिक भारत के निर्माता स्वामी विवेकानंद के जन्म दिवस को याद करने के लिये मनाया जाता है। राष्ट्रीय युवा दिवस के रुप में स्वामी विवेकानंद के जन्म दिवस को मनाने के लिये वर्ष 1984 में भारतीय सरकार द्वारा इसे पहली बार घोषित किया गया था। तब से पूरे देश भर में राष्ट्रीय युवा दिवस के रुप में इसे मनाने की शुरुआत हुई।
हर साल की तरह इस साल भी भारत में राष्ट्रीय युवा दिवस (अथवा स्वामी विवेकानंद का जन्म दिवस) 12 जनवरी 2022, बुधवार के दिन मनाया जायेगा। राष्ट्रीय युवा दिवस 2022 की थीम " It’s All in the Mind " है।
यह सर्वज्ञात है कि 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद के जन्म दिवस के शुभ अवसर पर हर वर्ष राष्ट्रीय युवा दिवस मनाने के लिये भारतीय सरकार ने घोषित किया था। स्वामी विवेकानंद का दर्शन और उनके आदर्श की ओर देश के सभी युवाओं को प्रेरित करने के लिये भारतीय सरकार द्वारा ये फैसला लिया गया था। स्वामी विवेकानंद के विचारों और जीवन शैली के द्वारा युवाओं को प्रोत्साहित करने के द्वारा देश के भविष्य को बेहतर बनाने के लक्ष्य को पूरा करने के लिये राष्ट्रीय युवा दिवस के रुप में स्वामी विवेकानंद के जन्म दिवस को मनाने का फैसला किया गया था। इसे मनाने का मुख्य लक्ष्य भारत के युवाओं के बीच स्वामी विवेकानंद के आदर्शों और विचारों के महत्व को फैलाना है। भारत को विकसित देश बनाने के लिये उनके बड़े प्रयासों के साथ ही युवाओं के ऊर्जा को जागृत करने के लिये यह दिवस मनाया जाता है।
राष्ट्रीय युवा दिवस पर कई गतिविधिया जैसे खेल, सेमिनार, निबंध-लेखन, के लिये प्रतियोगिता, प्रस्तुतिकरण, योगासन, सम्मेलन, गायन, संगीत, व्याख्यान, स्वामी विवेकानंद पर भाषण, आदि गतिविधिया पर सभी स्कूल, कॉलेज में युवाओं के द्वारा राष्ट्रीय युवा दिवस (युवा दिवस अथवा स्वामी विवेकानंद जन्म दिवस) मनाया जाता है। भारतीय युवाओं को प्रेरित करने के लिये विद्यार्थियों द्वारा स्वामी विवेकानंद के विचारों से संबंधित व्याख्यान और लेखन भी किया जाता है। उनके आंतरिक आत्मा को प्रोत्साहन, युवाओं के बीच भरोसा, जीवन शैली, कला, शिक्षा को बढ़ावा देने के लिये पूरे भारत भर के कार्यक्रमों में भाग लिये लोगों के द्वारा विभिन्न प्रकार के दूसरे कार्यक्रमों की प्रस्तुति भी होती है। उत्तर प्रदेश में मिशन भारतीयम के द्वारा सभी उम्र समूह के लिये एक दो दिनी कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। इस कार्यक्रम में दर्जनों क्रियाएँ शामिल है और इसे बस्ती युवा महोत्सव के नाम से जाना जाता है। इस दिन को सरकारी, गैर-लाभकारी संगठन के साथ ही कॉरपोरेट समूह अपने तरीके से मनाते हैं। कार्यक्रम की शुरुआत भोर में पवित्र माता श्री शारदा देवी, श्री रामाकृष्णा, स्वामी विवेकानंद और स्वामी रामकृष्णनंदा के पूजा के साथ होती है। भक्तों और पूजारियों के द्वारा पूजा किया जाता है। उसके बाद भक्तगण पुष्प अर्पित करते हैं और स्वामी विवेकानंद की आरती करते हैं।
स्वामी विवेकानंद के विचार, दर्शन और अध्यापन भारत की महान सांस्कृतिक और पारंपरिक संपत्ति हैं। युवा देश के महत्वपूर्णं अंग हैं जो देश को आगे बढ़ाता है इसी वजह से स्वामी विवेकानंद के आदर्शों और विचारों के द्वारा सबसे पहले युवाओं को चुना जाता है। इसीलिए भारत के सम्मानित युवाओं को प्रेरित करने और बढ़ावा देने के लिये हर वर्ष राष्ट्रीय युवा दिवस मनाने की शुरुआत हुई। कार्यक्रम को उत्साह पूर्वक मनाने के लिये स्कूल और कॉलेज को रुचिकर ढंग से सुसज्जित करते हैं। स्वामी विवेकानंद एक महान इंसान थे जो हमेशा देश की ऐतिहासिक परंपरा को बनाने और नेतृत्व करने के लिये युवा शक्ति पर विश्वास करते थे।
वर्ष 2011 से 2021 तक का राष्ट्रीय युवा दिवस की थीम था -
राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर नेहरु युवा केंद्र द्वारा 12 जनवरी को शासकीय तुलसी महाविद्यालय अनूपपुर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इस दौरान भाषण प्रतियोगिता, निबंध लेखन सहित कई सारे रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। राष्ट्रीय युवा दिवस पर वर्ष 2019 में झारखंड के रांची में युवा दिवस कार्यक्रम के अवसर पर बड़े तालाब में स्वामी विवेकानंद की 33 फीट उंची प्रतिमा का अनावरण किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य लोगो में स्वामी विवेकानंद के विचारों को लोगो तक पहुचाना था। राष्ट्रीय युवा दिवस पर वर्ष 2020 में स्वामी विवेकानंद जयंती के अवसर पर 12 जनवरी से 19 जनवरी तक विभिन्न जिलों में राष्ट्रीय युवा सप्ताह के कार्यक्रम मनाया गया था। इस दौरान पूरे हफ्ते भर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया गया इसके अंतर्गत श्रमदान कार्यक्रम, खेलकूद प्रतियोगिता व्यवसायिक कुशलता कार्यक्रम, चेतना दिवस आदि जैसे कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था।
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