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रुपरेखा : प्रस्तावना - अंतर्राष्ट्रीय खुशी दिवस २०२१ - अंतर्राष्ट्रीय खुशी दिवस क्यों मनाया जाता है - अंतर्राष्ट्रीय खुशी दिवस का उद्श्य - अंतर्राष्ट्रीय खुशी दिवस का महत्व - उपसंहार।
प्रस्तावना -अपने जिंदगी में खुशी होना सभी को चाहिए रहता है। आज के दौर में हर कोई अपने जीवन में मुकाम हासिल करने के लिए अपने जीवन में संघर्ष कर रहे है। संघर्ष करते-करते वह खुश होना मानो भूल-सा जाते है, जिसे देखते हुए सयुंक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खुशी दिवस मनाने का घोषणा करती है जिसे हर साल 20 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय खुशी दिवस के रूप मई मनाया जाता है।
हर साल 20 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय खुशी दिवस के रूप में पुरे विश्व में लोगों को अपने रोजमरा जीवन में खुशी से रहे यह जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है। वर्ष 2021 में, 20 मार्च शनिवार के दिन, अंतर्राष्ट्रीय खुशी दिवस मनाया जायेगा।
आज बहुत से ऐसे लोग भी है जिनके जीवन में ख़ुशी नही बस संघर्ष है। ख़ुशी को हर व्यक्ति अपने नज़रिये से देखता है। कुछ लोगो को पैसे कमाने से खुशी का अनुभव होता है और कुछ लोगो को प्यार में रहने पर ख़ुशी का अनुभव होता है। प्रत्येक व्यक्ति अपने अनुसार ख़ुशी का अनुभव करता है। हर व्यक्ति अपने जीवन में सफल होना चाहता है और सफल होने के लिए हमे खुश रहना बहुत ही आवश्यक है। जीवन में हमेशा संघर्ष वालों लोगों को खुशी बाँटने के लिए यह खुशी दिवस अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाता है।
सफलता और असफलता दोनों सिक्के के दो पहलू है जो आते जाते रहते है। लेकिन हमें हमेशा खुश रहने की कोशिश करनी चाहिए क्योंकि जब खुश होते है तो हमारे अंदर सकारात्मक सोच होती है जो हमारे सफल होने के संभावना को बढ़ा देती है। लेकिन जब हम दुखी होते है तो हमारे अंदर की नकारात्मक सोच हमारे असफल होने की बहुत बड़ा कारण है। इसीलिए खुश रहना जीवन का एक हिस्सा है जो कि इस दिवस के माध्यम से लोगों के अंदर जागरूक फ़ैलाने का उद्श्य करता है।
खुश रहना हर किसी का अधिकार है और हर किसी के लिए खुशी के अपने अपने मायने है। हमारे जीवन में बहुत सी कठिनाइयाँ और जटिलता आती है, लेकिन हम उस सामना करना पड़ता है। लेकिन कुछ लोग हार मान लेते है और हमेशा दुखी रहते है। जोकि सही नही है। क्योंकि एक हार से जीवन खत्म नही हो जाता। विफलता तो हमारे जीवन में कई बार आते है और हम उनका सामना करते है। इस दुनिया में बहुत से ऐसे लोग भी हैं जिनके पास भोजन, आश्रय जैसी साधारण ज़रूरतें भी उचित रूप से नही है लेकिन फिर भी वो अपनी मौजूदा चीजों से खुश रहते है क्योंकि वो अपनी तुलना किसी और से नही कर रहे होते है। बहुत से ऐसे लोग भी जिनके पास सब कुछ होने के बाद भी दुखी रहते है क्योंकि वो संतुष्ट नही होते है, और वो अपनी तुलना अपने से बड़े लोगो से करते है। हमे ये समझने की जरुरत है कि हमें अपनी तुलना अपने से बड़े लोगो से ही क्यों करना है, हम छोटे लोगो से भी कर सकते हैं जिनके पास कुछ भी नही है, और इससे शायद हम खुश भी रह सके। हमें अपने जीवन में जो कुछ भी मिला है, हमें उसमे खुश रहने की कोशिश करनी चाहिए और सभी को अपने आपको दुनिया का भाग्यशाली समझना चाहिए। कई जगह कार्यक्रम का आयोजित किया जाता है जहाँ खेल, गीत, डांस जैसे प्रतियोगिता का आयोजन कर लोगो के चहरे पर खुशी लाने का कार्य करती है जो कि इस दिवस का महत्व को दर्शाता है।
कुछ वैज्ञानिकों के अनुसार, मानव कल्याण की कुंजी मजबूत सामाजिक संबंध और इंसान के स्वंय की खुशी है। कुछ का मानना है कि एक सकारात्मक मानसिकता भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और हमारी भलाई की भावनाओं के लिए जिम्मेदार है। दूसरों की मदद करने के लिए, समुदाय या समुदाय को बेहतर बनाने के लिए एक साथ काम करने के लिए जो नियमित पूजा जैसी सांप्रदायिक गतिविधियों को बढ़ावा देता है। यह भी कहा जाता है कि खुश रहने वाले लोग अधिक समय तक जीवित रहते हैं और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं कम होती हैं। खुश लोगों को उच्च रक्तचाप और दिल की समस्याओं के साथ समस्या का सामना नहीं करना पड़ता है। इसलिए, अंतर्राष्ट्रीय खुशी का दिन आपका और अन्य खुशियों को महत्व देने और लोगों को खुश करने का दिन है। जीवन में खुशी के महत्व को महसूस करें और इसके लिए हर संभव कार्य करना चाहिए।
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