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रूपरेखा : प्रस्तावना - विश्व दुग्ध दिवस कब मनाया जाता है - विश्व दुग्ध दिवस का इतिहास - विश्व दुग्ध दिवस क्यों मनाया जाता है - विश्व दुग्ध दिवस कैसे मनाया जाता है - विश्व दुग्ध दिवस का उद्देश्य - विश्व दुग्ध दिवस का विषय(थीम) - उपसंहार।
परिचय / विश्व दुग्ध दिवस / वर्ल्ड मिल्क डे 2021 -विश्व दुग्ध दिवस को अंग्रेजी में "World Milk Day" कहते हैं। विश्व दुग्ध दिवस पूरे विश्व में मनाया जाता है। इस दिवस के पूरे उत्सव के दौरान दूध को एक वैश्विक भोजन के रूप में केंद्रित किया जाता है। प्रत्येक वर्ष 1 जून को विश्व भर में दुग्ध को महत्व देते हुए विश्व दुग्ध दिवस मनाया जाता है। विभिन्न उपभोक्ताओं और दूध उद्योग के कर्मचारियों के भाग लेने के द्वारा कई देशों जैसे मलेशिया, कोलंबिया, रोमानिया, जर्मनी, संयुक्त अरब अमीरात, अमेरिका आदि, में इस दिव मनाने की शुरुआत की गयी।
हर साल 1 जून को विश्व दुग्ध दिवस मनाया जाता है। विश्व दुग्ध दिवस 2021 में, 1 जून मंगलवार के दिन मनाया जायेगा। विश्व दुग्ध दिवस 2020 का विषय (थीम) "वर्ल्ड मिल्क डे की 20वीं वर्षगांठ (The 20th Anniversary of World Milk Day)" था। हालाँकि इस वर्ष यानी विश्व दुग्ध दिवस 2021 की थीम का अभी तक निर्णय नहीं लिया है।
संयुक्त राष्ट्र खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) द्वारा पूरे विश्व में 1 जून, 2001 को पहली बार विश्व दुग्ध दिवस मनाया गया था। एफएओ ने लोगों को दुग्ध एवं दुग्ध उत्पादों को दैनिक आहार के रूप में अपनाये जाने हेतु प्रोत्साहित किया है।
प्राकृतिक दुध के सभी पहलूओं के बारे में आम जनता की जागरुकता बढ़ाने के लिये इसे मनाया जाता है जैसे इसकी स्वाभाविक उत्पत्ति, दूध का पोषण संबंधी महत्व को बताने के लिए हर साल विश्व दुग्ध दिवस मनाया जाता है। पूरे विश्व भर में दूध और दुग्ध उद्योग से संबंधित क्रिया-कलापों को प्रचार-प्रसार में हर वर्ष ध्यान केन्द्रित करने के लिये यह दिवस मनाया जाता है।
विश्व दुग्ध दिवस के दिन दूध को एक वैश्विक भोजन के रुप में केन्द्रित किया जाता है। ऑनलाइन अपने वेबसाइट पर अंतरराष्ट्रीय डेयरी संघ के द्वारा ढ़ेर सारे विज्ञापन संबंधी क्रिया-कलापों (एक स्वस्थ और नियंत्रित भोजन के रुप में दूध के महत्व को बताते) हुए इसका प्रचार किया जाता है। इस दिन पूरे दिन प्रचार संबंधी गतिविधियों के द्वारा आम लोगों के लिये दूध के महत्व के संदेश को फैलाने के लिये एक-साथ काम करने के लिये उत्सव में स्वास्थ्य संस्थाओं से विभिन्न सदस्य भाग लेते हैं। उपभोक्ताओं के बीच दूध के पोषण स्वास्थ्य उपयोगिता को विशेष रुप से ध्यान दिलाने के लिये प्रेस विज्ञप्ति, आर्टीकल्स, खबर आदि प्रकाशित किये जाते हैं। बच्चों के बीच दूध के मुफ्त पैकेट वितरित करने के लिये स्थानीय स्तर पर नामी (महशूर) लोगों को मुफ्त दूध वितरण कैंप पर लगाया जाता है।
इस दिवस को मनाने का उद्देश्य विश्व भर में दूध की उपयोगिता की ओर जनता का ध्यान आकर्षित करना एवं दूध और डेयरी उद्योग से जुड़ी गतिविधियों को दुग्ध पर ध्यान देने और प्रचार करने का अवसर प्रदान करता है। इस दिवस के तहत लोगों को दुग्ध उत्पादों से परिचित कराया जाता है तथा इसके पौष्टिक लाभों से लोगों को जागरुक किया जाता है।
भारतीय पशुचिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) द्वारा सुरक्षित और स्वच्छ दूध उत्पादन और खपत पर विभिन्न जागरूकता अभियान चलाया जाता है। दुग्ध उत्पादों की स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए कई जगह रैली भी आयोजित की जाती है। इसके साथ ही दुनिया भर में इस अवसर पर विभिन्न अभियानों और रैलियों का आयोजन किया जाता है, जहाँ स्वयं सेवको ने लोगों के बीच दूध के महत्वता के बारे में लोगों के बीच जागरूकता फैलाया जाता है। पहली बार विश्व दुग्ध दिवस 1 जून, 2001 को मनाया गया था। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य दूध के संबंध में ध्यान आकर्षित करना एवं दूध उद्योग से जुड़ी गतिविधियों के प्रचार-प्रसार के लिए अवसर प्रदान करना है।
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