विश्व किडनी दिवस पर निबंध

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विश्व किडनी दिवस 2021 पर निबंध - विश्व गुर्दा दिवस पर निबंध - किडनी दिवस पर निबंध - World Kidney Day in Hindi - World Kidney Day Essay in Hindi - Kidney Disease in Hindi

रुपरेखा : प्रस्तावना - विश्व किडनी दिवस २०२१ - विश्व किडनी दिवस का इतिहास - किडनी रोग क्या है - किडनी की बीमारी क्यों होती है - किडनी की बीमारी के लक्षण - विश्व किडनी दिवस का थीम - उपसंहार।

प्रस्तावना / वर्ल्ड किडनी डे 2021 -

विश्व किडनी दिवस को अंग्रेजी में "World Kidney Day" कहते है। किडनी दिवस प्रतिवर्ष मार्च महीने के दूसरे गुरुवार को पुरे विश्व भर में मनाया जाता है। यह विश्वभर में किडनी रोग और उससे संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं के प्रभाव को कम करने के लिए और स्वास्थ्य में किडनी के महत्व के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए वैश्विक जागरूकता अभियान चलाया जाता है। आज विश्व में हर दस व्यक्तियों में से एक व्यक्ति किडनी रोग से प्रभावित होता है। विश्व किडनी दिवस अंतर्राष्ट्रीय सोसायटी ऑफ नेफ्रोलॉजी (आईएसएन) और इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ किडनी फाउंडेशन (आईएफकेएफ) की एक संयुक्त पहल है जो विश्व भर में किडनी रोग पीड़िता को जागरूक करने का कार्य करती हैं ।


विश्व किडनी दिवस कब है / विश्व किडनी दिवस कब मनाया जाता है / भारत में विश्व गुर्दा दिवस कब है -

किडनी दिवस प्रतिवर्ष मार्च महीने के दूसरे गुरुवार को पुरे विश्व भर में मनाया जाता है। वर्ष 2021 में, मार्च महीने के दूसरे गुरुवार जो की 11 मार्च होता है, इस दिन दुनियाभर में 'विश्व किडनी दिवस' मनाया जायेगा।


विश्व किडनी दिवस का इतिहास / विश्व गुर्दा दिवस का उद्देश् -

विश्व किडनी दिवस की शुरूआत वर्ष 2006 से हुई थी। विश्व किडनी दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को किडनी संबंधी रोगों के प्रति जागरूक करना और समस्या का निदान करने की जानकारी देना है। इंटरनेशनल सोसायटी ऑफ किडनी डिसीजेस और इंटरनेशनल सोसायटी ऑफ नेफ्रोलॉजी द्वारा लगातार बढ़ रही किडनी डिसीज को बढ़ता देख यह दिवस मनाने का निर्णय लिया गया। यह प्रत्येक वर्ष मार्च महीने के दूसरे गुरूवार को मनाया जाता है।


विश्व किडनी दिवस पर महत्वपूर्ण तथ्य / विश्व किडनी दिवस के बारे में महत्वपूर्ण बातें -

  • यह इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर नेफ्रोलॉजी (ISN) तथा द इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ फाउंडेशन (IFKF) की एक संयुक्त पहल है।
  • आख्या कहती है कि आईएसएन की स्थापना वर्ष 1960 में की गई थी।
  • आईएसएन मुख्य रूप से किडनी रोग विशेषज्ञों की एक गैर-लाभकारी सदस्यता संगठन है जो कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गुर्दारोग चिकित्सा का प्रतिनिधित्व करती है और किडनी रोग के उपचार और रोकथाम के लिए स्वंय को समर्पित करती है।
  • वहीं आईएफकेएफ (IFKF) विश्व भर के सभी महाद्वीपों पर बीमारी के इलाज तथा इसके रोकथाम के लिए कार्यरत है।
  • 'विश्व किडनी दिवस' एक वैश्विक स्वास्थ्य जागरूकता अभियान है, जिसके अंतर्गत किडनी की बीमारी और उससे संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं को कम करना तथा किडनी के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाना है।

किडनी रोग क्या है / क्रोनिक किडनी रोग क्या होता है / किडनी डिजीज क्या होता है -

क्रोनिक किडनी डिजीज का अर्थ है कि आपकी किडनी खराब हो चुकी है और ब्लड को सही तरीके से फिल्टर नहीं कर सकती हैं। जब किडनी प्रक्रिया एक निश्चित बिंदु से कम हो जाती है, तो उसे किडनी की विफलता कहा जाता है तथा अनुपचारित किडनी की विफलता जीवन के लिए घातक हो सकती है, जिसमें जीवन को बनाए रखने के लिए डायलिसिस या किडनी प्रत्यारोपण की आवश्यकता होती है। इस खराबी की वजह से आपके शरीर में अपशिष्टों का जमाव और मधुमेह, उच्च रक्तचाप और अन्य विकार हो सकता है। इसकी वजह से आपको अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं, जो आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होती हैं।


किडनी की बीमारी क्यों होती है / गुर्दा की बीमारी होने का कारण -

किडनी की बीमारियां विकसित होने वाले कुछ कारण निम्नलिखित हैं -

  • संक्रमण।
  • जन्म दोष।
  • आनुवंशिक।
  • ट्रामा/आघात।
  • प्रणालीगत रोग।
  • पेशाब में रुकावट।

किडनी की बीमारी के लक्षण / किडनी खराब होने के लक्षण क्या है / किडनी डिजीज का सिम्पटम्स -

किडनी की बीमारी के संकेत और लक्षण निम्नलिखित हो सकते है / गुर्दा ख़राब होने के क्या लक्षण होते है -

  • बुख़ार।
  • थकावट।
  • पेट में दर्द।
  • खूनी दस्त।
  • भूख में कमी।
  • बिस्तर गीला होना।
  • पेशाब में रक्त आना।
  • अतिसार / डायरिया
  • पेशाब की मात्रा में बढ़ोत्तरी।
  • पेशाब के दौरान जलन या दर्द।
  • आंखों, चेहरे, पैरों और टखनों के आसपास जिसे एडीमा कहा जाता है वहां सूजन होना।

किडनी बचाव के उपाय / किडनी बीमारी का घरेलू इलाज -
  • रोज 10 से 12 ग्लास पानी पीएं।
  • हरी सब्जियां ज्यादा खाएं।
  • ताज़ा फल ज्यादा खाएं।
  • अंगूर अधिक खाएं, क्योंकि ये किडनी से फालतू यूरिक एसिड निकालते हैं।
  • खाने में नमक, सोडियम और प्रोटीन की मात्रा घटा दें अर्थात खाने में नमक, सोडियम और प्रोटीन कम खाए।
  • साल में कम-से-कम एक बार ब्लड प्रेशर और शुगर की जांच जरूर कराएं।
  • ब्लड प्रेशर या डायबिटीज के लक्षण मिलने पर हर छह महीने में पेशाब और खून की जांच कराएं।

विश्व किडनी दिवस की थीम / वर्ल्ड किडनी डे 2021 का थीम -

हर साल विश्व किडनी दिवस पर थीम निर्धारित की जाती है। विश्व किडनी दिवस 2020 की थीम "किडनी हेल्थ फॉर एवरीवन एवरीवेयर" रखी गयी थी। हालाकिं वर्ष विश्व किडनी दिवस 2021 की थीम अभी तक निर्णय नहीं किया है।


उपसंहार -

किडनी दिवस प्रतिवर्ष मार्च महीने के दूसरे गुरुवार को पुरे विश्व भर में मनाया जाता है। यह विश्वभर में किडनी रोग और उससे संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं के प्रभाव को कम करने के लिए और स्वास्थ्य में किडनी के महत्व के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए वैश्विक जागरूकता अभियान चलाया जाता है। विश्व किडनी दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को किडनी संबंधी रोगों के प्रति जागरूक करना और समस्या का निदान करने की जानकारी देना है। बुख़ार, थकावट, पेट में दर्द, खूनी दस्त, भूख में कमी, आदि किडनी ख़राब होने के लक्षण है। हरी सब्जी, ताजा फल और भोजन में नमक कम खाने से किडनी रोग का रामबाण इलाज है।


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