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रूपरेखा : प्रस्तावना - विश्व ब्रेन ट्यूमर दिवस कब मनाया जाता है - विश्व ब्रेन ट्यूमर दिवस का इतिहास - ब्रेन ट्यूमर क्या है - ब्रेन ट्यूमर क्यों होता है - ब्रेन ट्यूमर कैसे होता है - ब्रेन ट्यूमर के लक्षण - ब्रेन ट्यूमर का इलाज क्या है - उपसंहार।
परिचय / विश्व ब्रेन ट्यूमर दिवस / ब्रेन ट्यूमर / वर्ल्ड ब्रेन ट्यूमर डे -विश्व ब्रेन ट्यूमर दिवस को अंग्रेजी में "World Brain Tumor Day" कहते हैं। प्रतिवर्ष '8 जून' को विश्वभर में विश्व ब्रेन ट्यूमर दिवस के रूप मनाया जाता है। चिकित्सा विशेषज्ञों का यह मानना है कि विश्व भर में हर दिन एक लाख में से दस लोग ब्रेन ट्यूमर के कारण मरते हैं। 'ब्रेन ट्यूमर दिवस' पर विश्व के अनेक देशों में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं, जिनमें इस बीमारी के लक्षणों और इसके उपचार के बारे में आवश्यक जानकारियाँ दी जाती हैं। ब्रेन ट्यूमर सबसे घातक बीमारियों में गिनी जाती है। इसीलिए इससे लोगों को जागरूक करने के लिए विश्व भर में इस दिन कई अभियान चलाये जाते है।
हर साल 8 जून को दुनिया भर में विश्व ब्रेन ट्यूमर दिवस मनाया जाता है। वर्ष 2021 में, 8 जून मंगलवार के दिन विश्व ब्रेन ट्यूमर दिवस मनाया गया है।
विश्व ब्रेन ट्यूमर दिवस का इतिहास यह बताता है कि, जर्मन ब्रेन ट्यूमर एसोसिएशन द्वारा ब्रेन ट्यूमर के रोगियों की समस्याओं की ओर ध्यान केंद्रित करने के लिए तथा उनकी समस्याओं के समाधान के लिए 2000 ई. से यह दिवस मनाने की शुरुआत हुई। इस संगठन में कुल 15 देशों के प्रतिनिधियों ने मिलकर इस दिवस के आयोजन का निर्णय लिया। यह ब्रेन ट्यूमर के बारे में लोगों के बीच शिक्षा और जन-जागरूकता प्रसारित करने वाला एक गैर लाभकारी संगठन है। यह दिन ब्रेन ट्यूमर के बारे में लोगों के बीच शिक्षा और जन-जागरूकता प्रसारित करने का दिन होता है।
सरल शब्दों में, मस्तिष्क कैंसर अर्थात ब्रेन ट्यूमर एक बेहद ही खतरनाक रोग है। ब्रेन ट्यूमर सबसे घातक बीमारियों में गिनी जाती है। जब शरीर में कोशिकाओं की अनावश्यक वृद्धि होती हैं, लेकिन तब शरीर को इन अनावश्यक वृद्धि वाली कोशिकाओं की आवश्यकता नहीं होती हैं। इस अवस्था को ही कैंसर कहते है और इसे मस्तिष्क कैंसर अथवा ब्रेन कैंसर अर्थात ब्रेन ट्यूमर के नाम से जाना जाता है। ब्रेन के किसी हिस्से में पैदा होने वाली असामान्य कोशिकाओं की वृद्धि "ब्रेन ट्यूमर" के रूप में प्रकट होती हैं। ट्यूमर मुख्यत: दो प्रकार का होता है, जैसे कि- घातक ट्यूमर और सौम्य ट्यूमर। सजर्री कराना इसका प्रमुख इलाज है। वैसे तो यह कैंसर अधिकतर 60 साल उम्र के बाद वाले लोगों में अधिक देखी जा सकती है। लेकिन इसके कुछ केसेस 3 से 12 या 15 वर्ष की आयु में भी देखने को मिलते है।
ब्रेन हमारे शरीर का अहम हिस्सा होता है। ऐसे में हमें ब्रेन से जुड़ी किसी भी समस्या को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। ब्रेन के साथ थोड़ी-सी भी लापरवाही हमारी जान को जोखिम में डाल सकती है। इसकी जानकारी के साथ ही ये भी बता दें कि कभी-कभी अचानक हमारे ब्रेन में दिक्कत होती है। जांच कराने पर पता चलता है कि ब्रेन ट्यूमर हुआ है। यह किसी भी उम्र में हो सकता है। हमारा ब्रेन सेल्स से बना होता है। जब भी किसी कारण से ब्रेन की सेल्स का नियंत्रण बिगड़ने लगता है तो यह सेल्स खत्म होने लगती हैं। इसके बाद ब्रेन के काम में रूकावट पैदा होने लगती है। वहीं, जब ब्रेन में अनियंत्रित सेल्स तेजी से फैलती है तो कैंसर का रूप धारण कर लेती हैं। हम आपको बताते हैं कि ब्रेन ट्यूमर होने पर क्या लक्षण नजर आने लगते हैं। जिनकी पहचान करना बहुत जरूरी है।
ब्रेन ट्यूमर प्राथमिक (प्राईमरी) है या द्वितीयक (सैकंडरी) है। ब्रेन ट्यूमर होने के कुछ लक्षण ब्रेन के हिस्से में होने वाले बदलाव के आधार पर पैदा होते हैं। कुछ सामान्य लक्षणों में सिरदर्द, दौरा, दृष्टि समस्या, उल्टी और मानसिक परिवर्तन जैसे लक्षण हो सकते हैं। रोगी सुबह सिरदर्द और उल्टी महसूस कर सकता है। अत्यधिक विशिष्ट समस्याएँ जैसे कि चलने, बोलने और इन्द्रियबोध में परेशानी हो सकती हैं।
ब्रेन ट्यूमर के लक्षण ब्रेन के हिस्से में होने वाले बदलाव के आधार पर पैदा होते हैं। कुछ सामान्य लक्षणों यहां निम्नलिखित किया है जो इस प्रकार है -
किसी भी तरह का ट्यूमर हो, दौरे अक्सर समस्या के शुरुआती लक्षणों में से एक होते हैं। ट्यूमर से जलन मस्तिष्क के न्यूरॉन्स को बेकाबू करते हैं और असामान्य हलचलें महसूस होती है। ट्यूमर की तरह, दौरे कई रूप लेते हैं। ब्रेन ट्यूमर होने पर मांसपेशियों में ऐंठन महसूस हो सकती है। ये ऐंठन बेहोशी की हालत तक भी पहुंचा सकती है।
बार-बार सिरदर्द, सिरदर्द का धीरे-धीरे गंभीर हो जाना भी इसका संकेत है। असहनीय दर्द की स्थिति में डॉक्टर से संपर्क जरूर करें।
पेट में बेचैनी या बीमार महसूस करना, खासकर अगर वे लक्षण लगातार हैं, तो यह ट्यूमर का संकेत हो सकता है। तेज दर्द और इसके साथ उल्टी आना भी ब्रेन ट्यूमर का शुरुआती लक्षण हैं।
ट्यूमर किसी व्यक्ति के व्यवहार या व्यक्तित्व में बड़े बदलाव का कारण बन सकते है। ट्यूमर वाले लोगों में चीजों को याद रखने में परेशानी होती है और वे हमेशा उलझन महसूस करते हैं।
धुंधली दृष्टि, दोहरी दृष्टि और दृष्टि की हानि, सभी ट्यूमर से जुड़े हैं। चीजों को देखने पर धब्बे या आकार भी देख सकते हैं। रंगों को पहचानने में परेशानी हो सकती है। यह ब्रेन ट्यूमर की शुरुआत है।
शरीर या चेहरे के एक हिस्से में सुन्न महसूस होता है। विशेष रूप से अगर एक ट्यूमर मस्तिष्क के स्टेम पर बनता है। यह वह स्थान है, जहां मस्तिष्क रीढ़ की हड्डी से जुड़ता है।
अगर व्यक्ति खुद चाभियों को उठाने से लड़खड़ाता है। चलते हुए कदम छूट जाते हैं या संतुलन के साथ संघर्ष करना पड़ रहा है, भुजाओं, पैरों या हाथों में अकड़न हो, तो इस तरह की परेशानी ब्रेन ट्यूमर का संकेत हो सकती है। बोलने, निगलने या चेहरे के भावों को नियंत्रित करने में समस्याएं हैं तो यह बड़ी समस्या है। अत्यधिक विशिष्ट समस्याएँ जैसे कि चलने, बोलने और इन्द्रियबोध में परेशानी हो सकती हैं।
ब्रेन ट्यूमर की जांच सीटी स्कैन या एम आर आई से हो जाती है। एक बार जांच हो जाने के बाद उपचार कई प्रकार से किया जा सकते हैं निर्भर करता है कि ब्रेन ट्यूमर प्राथमिक (प्राईमरी) है या द्वितीयक (सैकंडरी) है। लो-ग्रेड एस्ट्रोसाइटोमा, गैंग्लिओ ग़्लीयोमा, मेनिंजीयोमा, स्वानोमा, एपिडरमोइड आदि कुछ ऐसे ब्रेन ट्यूमर हैं जिन्हें न्यूरोनवीगेशन, माइक्रोन्यूरोसर्जरी, स्कल बेस सर्जरी, इंडोस्कोपिक न्यूरोसर्जरी, गामा नाइफ, रेडियोसर्जरी और रेडियोथेरेपी के ज़रिए पूर्ण रूप से ठीक किया जा सकता है। इसलिए प्रारंभिक निदान अत्यंत महत्वपूर्ण है और प्रारंभिक निदान तब संभव है जब लोगों को ब्रेन ट्यूमर और उसके लक्षण के बारे में जानकारी हो। इसीलिए हर साल विश्व ब्रेन ट्यूमर दिवस मनाया जाता है और इसका काफ़ी महत्व है।
चिकित्सक ब्रेन ट्यूमर के प्रकार, ग्रेड और ट्यूमर की स्थिति तथा रोगी के सामान्य स्वास्थ्य के आधार पर उपचार की सलाह दे सकता हैं। कुछ जैसे-
ब्रेन ट्यूमर दिवस पर विश्व के अनेक देशों में कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं, जिनमें इस बीमारी के लक्षणों और इसके उपचार के बारे में आवश्यक जानकारियाँ दी जाती हैं। मस्तिष्क कैन्सर' यानि 'ब्रेन ट्यूमर' एक खतरनाक रोग है। समय रहते इसका उचित इलाज नहीं कराया जाये तो यह जानलेवा साबित होता है। ब्रेन ट्यूमर किसी भी उम्र में हो सकता है। ब्रेन ट्यूमर होने के सही कारण स्पष्ट नहीं है। ब्रेन ट्यूमर के लक्षण उनके आकार, प्रकार और स्थान पर निर्भर करते हैं। वयस्कों के बीच प्राथमिक ब्रेन ट्यूमर का सबसे सामान्य प्रकार एस्ट्रोसाइटोमा, मस्तिष्कावरणार्बुद और ओलिगोडेन्ड्रोग्लियोमा हैं। बच्चों में पाए जाने वाले ब्रेन ट्यूमर का सबसे सामान्य प्रकार मेडुलोब्लास्टोमा, ग्रेड एक या ग्रेड दो एस्ट्रोसाइटोमा, (या तंत्रिकाबंधार्बुद) एपिन्डाइमोमा और ब्रेन स्टेम ग्लियोमा हैं। चिकित्सक द्वारा ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित होने का निर्धारण, चिकित्सीय इतिहास, शारीरिक परीक्षण तथा ब्रेन एवं तंत्रिका तंत्र के विभिन्न महत्वपूर्ण परीक्षणों के आधार पर किया जाता हैं। ब्रेन ट्यूमर के वैकल्पित उपचारों में शल्य चिकित्सा, विकिरण चिकित्सा और कीमोथेरेपी या उपचारों का समन्वय शामिल हैं। यह दिन ब्रेन ट्यूमर के बारे में लोगों के बीच शिक्षा और जन-जागरूकता प्रसारित करने का दिन होता है।
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