राष्ट्रीय पाई दिवस पर निबंध

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राष्ट्रीय पाई दिवस 2021 पर निबंध - पाई दिवस भारत पर निबंध - पाई दिवस - Pi Day in Hindi - National Pi Day Essay in Hindi

रुपरेखा : प्रस्तावना - पाई दिवस २०२१ - पाई किसे कहते है - पाई का मान - पाई दिवस का इतिहास - उपसंहार।

प्रस्तावना / राष्ट्रीय पाई दिवस -

पाई दिवस (Pi Day) का चिह्न "π" है। पाई दिवस हर साल 14 मार्च को मनाया जाता है। पाई एक विकट संख्या है जो गणित, विज्ञान और अभियांत्रिकी के कई महत्त्वपूर्ण फ़ॉर्मूले पर आधारित हैं। ज्यामिती में किसी वृत्त की परिधि की लंबाई और व्यास की लंबाई के अनुपात को पाई कहा जाता है। प्रत्येक वृत्त में यह अनुपात 3.14 होता है।


राष्ट्रीय पाई दिवस कब है / पाई दिवस कब मनाया जाता है -

प्रतिवर्ष विश्व में पाई दिवस (π) 14 मार्च को मनाया जाता है। पाई का मान 3.14 है, इसलिए हर साल 14 मार्च के दिन पाई दिवस मनाया जाता है। वर्ष 2021 में, पाई दिवस (Pi Day) 14 मार्च, रविवार के दिन मनाया जाएगा।


पाई किसे कहते है -

पाई या 'π' एक गणितीय नियतांक है जिसका संख्यात्मक मान किसी वृत्त की परिधि और उसके व्यास के अनुपात के बराबर होता है। इस अनुपात के लिये π संकेत का प्रयोग सर्वप्रथम सन् 1706 में विलियम जोन्स ने सुझाव दिया। इसका मान 3.141 के बराबर होता है जो एक अपरिमेय राशि है। पाई सबसे महत्वपूर्ण गणितीय एवं भौतिक नियतांकों में से एक है। गणित, विज्ञान एवं इंजीनियरी के बहुत से सूत्रों में π आता है जो कई महत्त्वपूर्ण फ़ॉर्मूले पर आधारित हैं। ज्यामिती में किसी वृत्त की परिधि की लंबाई और व्यास की लंबाई के अनुपात को पाई कहा जाता है। प्रत्येक वृत्त में यह अनुपात 3.141 होता है लेकिन दशमलव के बाद की पूरी संख्या का अब तक आंकलन नहीं किया जा सका है इसलिए इसे अनंत माना जाता है।


पाई का मान -

पाई (π) = 22 / 7 = 3.141592653589793238462......... यह दशमलव के बाद अनन्त तक खींचा जा सकता है और इसके अंक किसी भी नियमित पैटर्न को फ़ॉलो नहीं करते।


पाई दिवस का इतिहास / पाई दिवस से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य -

हर साल 14 मार्च अर्थात 3/14 को पाई दिवस मनाया जाता है। यह तारिख विशेषकर उनलोगों के लिए है जिन्हें गणित विषय पसंद हो। गणित के एक विशेष चिह्न 'π' (3.14) विशिष्ट तिथि प्रतिनिधित्व करती है । π जो कि अनुपात प्रदर्शित करता है वृत्त की परिधि और इसके व्यास/त्रिज्या का है। इस अनुपात की आवश्यकता और इससे संबंधित शोध तो काफ़ी पूर्व से होते आ रहे थे किन्तु इसके इस चिह्न (π) का प्रयोग सर्वप्रथम 1706 में विलियम जोंस द्वारा किया गया, लेकिन इसे लोकप्रियता 1737 में स्विस गणितज्ञ लियोनार्ड यूलर द्वारा प्रयोग में लाना आरंभ करने के बाद मिली। ‘पाई दिवस’ का विचार सर्वप्रथम 1989 में लैरी शौ (Larry Shaw) द्वारा प्रतिपादित किया गया। 2009 के पाई दिवस पर यू. एस. हाउस ऑफ़ रेप्रेजेंटेटिव्स ने इस तिथि को ‘राष्ट्रीय पाई दिवस’ के रूप में स्वीकार किया था। 2010 में गूगल ने इस तिथि पर वृत्त और पाई के चिह्नों को प्रदर्शित करता एक डूडल अपने होम पेज पर प्रस्तुत कर इस आयोजन में अपनी स्वीकृति और भागीदारी भी सुनिश्चित कर दी। इस तिथि के समीपवर्ती एक और तिथि है 22 जुलाई या 22/7 जो कि ‘पाई एप्रोक्सिमेशन दिवस’ के रूप में मनाया जाता है जो कि फ्रैक्शन पद्धति में पाई के मान के सदृश्य ही है। गणित के रोचक तत्वों की शृंखला में ‘पाई मिनट’ को भी शामिल कर लिया जाता है जब 14 मार्च को 1:59:26 AM / PM पर पाई के सात दशमलवीय मान प्राप्त हो जाते हैं यानि 3.1415926। समस्त विश्व में इस अवसर पर पाई के प्रयोग, महत्त्व आदि पर चर्चा - परिचर्चा का आयोजन करने की परंपरा स्थापित होती जा रही है। जबकि संयोग से प्रख्यात भौतिकविद और चिन्तक अलबर्ट आइंस्टाइन का जन्मदिवस (14 मार्च 1879) भी है। जिस परमाणु उर्जा के रचनात्मक उपयोग का उन्होंने स्वप्न देखा था, आज के परिदृश्य में उससे जुड़ी विनाशकारी संभावनाओं को देखते हुए उनकी मनःस्थिति की हम सिर्फ कल्पना ही कर सकते हैं। विज्ञान की उस महान् विभूति को आज भी सब नमन करते है।


उपसंहार -

पाई दिवस (Pi Day) का चिह्न "π" है। पाई दिवस हर साल 14 मार्च को मनाया जाता है। पाई एक विकट संख्या है जो गणित, विज्ञान और अभियांत्रिकी के कई महत्त्वपूर्ण फ़ॉर्मूले पर आधारित हैं। पाई या 'π' एक गणितीय नियतांक है जिसका संख्यात्मक मान किसी वृत्त की परिधि और उसके व्यास के अनुपात के बराबर होता है। इस अनुपात के लिये π संकेत का प्रयोग सर्वप्रथम सन् 1706 में विलियम जोन्स ने सुझाव दिया।प्रतिवर्ष विश्व में पाई दिवस (π) 14 मार्च को मनाया जाता है। पाई का मान 3.14 है, इसलिए हर साल 14 मार्च के दिन पाई दिवस मनाया जाता है।


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