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रुपरेखा : प्रस्तावना - अंतरराष्ट्रीय खेल दिवस कब है - विकास और शांति हेतु अंतरराष्ट्रीय खेल दिवस का इतिहास - खेल किसे कहते है - भारत और विश्व के प्रमुख खेलों के नाम - विकास और शांति हेतु अंतरराष्ट्रीय खेल दिवस का उद्देश्य - उपसंहार।
प्रस्तावना -विकास और शांति हेतु अंतरराष्ट्रीय खेल दिवस को अंग्रेजी में 'International Sports Day for Development and Peace' कहते हैं। समाज में खेल की भूमिका एवं योगदान को बढ़ावा देने के लिए विश्व भर में विकास और शांति हेतु अंतरराष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है।
पुरे विश्व भर में खेल को विकास और शांति हेतु बनाये रखने और बढ़ावा देने के लिए अंतरराष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है। वर्ष 2021, में 6 अप्रैल मंगलवार के दिन विकास और शांति हेतु अंतरराष्ट्रीय खेल दिवस मनाया गया है।
एक रिपोर्ट के अनुसार संयुक्त राष्ट्र संघ ने 23 अगस्त, 2013 को प्रतिवर्ष 06 अप्रैल को ‘अंतरराष्ट्रीय खेल दिवस’ के रूप में मनाये जाने का घोषित किया और दुनिया के विभिन्न देशों ने इस दिन अंतरराष्ट्रीय खेल दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा। अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक कमेटी के संस्थापक सह आधुनिक ओलिंपिक खेलों के जनक फ्रांसी इतिहासकार पियरे फ्रेडे बैरोन डि कूबर्टिन के प्रयास से 06 अप्रैल 1896 को एथेंस (ग्रीस) में प्रथम आधुनिक ओलंपिक खेलों का उद्घाटन किया गया था, इसलिए इस दिन को अंतरराष्ट्रीय खेल दिवस मनाने का फैसला लिया गया है। तब से हर वर्ष सभी लोगों द्वारा खेल को शांति पूर्वक खेले जाने के लिए और खेल को दुनिया में एक अपनी पहचान बनाने के लिए अंतरराष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है।
खेल, कई नियमों एवं सिद्दांतों द्वारा संचालित होने वाली एक प्रतियोगी गतिविधि है। सरल शब्दों में खेल उन गतिविधियों को कहा जाता है, जहाँ प्रतियोगी की शारीरिक क्षमता खेल के परिणाम (जीत या हार) का एकमात्र अथवा प्राथमिक निर्धारक होती है। मानव संस्कृति में खेल का बहुत ही महत्त्वपूर्ण स्थान हैं। खेल मानव जीवन में शारीरिक एवं मानसिक संतुलन को मजबूत रखता है। खेल के माध्यम से मनुष्य ख़ुद को दंदरुस्त रखता है।
वैसे तो राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय में विभिन्न प्रकार के खेले जाते है। इनमें से कुछ प्रमुख खेल भी है जैसे क्रिकेट, हॉकी, फुटबाल, कबड्डी, टेबल टेनिस, खो-खो, गॉल्फ़, बिलियर्ड्स, बैडमिंटन, बास्केटबॉल, फ़ॉर्मूला वन रेस, तैराकी, शतरंज आदि पुरे दुनिया भर में अधिक खेले जाने वाला खेल है।
इस दिवस का उद्देश्य समाज में खेल की भूमिका एवं योगदान को बढ़ावा देना है। अंतरराष्ट्रीय, क्षेत्रीय, राष्ट्रीय खेल और विकास संगठनों द्वारा समाज में खेल की भूमिका व योगदान हेतु यह दिन प्रत्येक वर्ष विश्व स्तर पर मनाया जाता है। इस दिवस का उद्देश्य लोगों के अंदर खेल के प्रति जागरकता एवं खेल के लिए अच्छी भावना लाना है। साथ ही लोग सभी खेल को एक जैसे सम्मान दे और खेल में निस्वार्थ भाव से खेले जाने का अपील करना इस दिवस का उद्देश्य हैं।
विश्व भर में विभिन्न प्रकार के खेल खेले जाते है। सभी खेलों का खेलने का तरीका अलग-अलग होता है। आज देश में महिला भी खेल में अपना अलग पहचान बना ली है। कई खेल ऐसे हो गए है जहाँ पुरुष के साथ साथ महिला भी उस खेल में हिस्सा लेती है। समाज में खेल की भूमिका एवं योगदान को बढ़ावा देने के लिए विश्व भर में विकास और शांति हेतु अंतरराष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है। ताकि आने वाले कल में खेल के प्रति सभी खिलाड़ी में आदर हो और उसे भी एक कार्य की तरह ही सच्चे लगन से पूरा करना चाहिए अर्थात खेला जाना चाहिए। आज विश्व में कई लोग खेल के माध्यम से अपने और अपने देश का नाम रोशन किया है।
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