ADVERTISEMENT
रुपरेखा : प्रस्तावना - अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस 2021 - अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस का इतिहास - अंतरराष्ट्रीय मजदूर संगठन - अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस क्यों मनाया जाता है - अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस कैसे मनाया जाता है - अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस का थीम - उपसंहार।
प्रस्तावना -अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस को अंग्रेजी में ' International Labour Day' कहते हैं। अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस को अंतरराष्ट्रीय मज़दूर दिवस और मई दिवस के नाम से भी जाना जाता है। हर साल १ मई को विश्व भर में अंतरराष्ट्रीय मज़दूर दिवस मनाया जाता है। अंतरराष्ट्रीय श्रमिक संघ को प्रचारित और बढ़ावा देना इस दिवस का उद्देश्य है। इसे यूरोप में पारंपरिक गर्मी के अवकाश के रुप में घोषित किया गया है।
हर साल 1 मई को विश्व भर में अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस मनाया जाता है। इसे अंतरराष्ट्रीय मज़दूर दिवस और मई दिवस के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन भारत देश में महाराष्ट्र स्थापना दिवस और गुजरात स्थापना दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस 2021, 1 मई शनिवार के दिन पुरे दुनियाभर में मनाया जायेगा।
अंतरराष्ट्रीय मज़दूर दिवस विश्व स्तर का एक दिवस है और इसे 4 मई 1886 के दिन को याद करने के लिये मनाया जाता है। शिकागो में हेयरमार्केट घटना (हेयरमार्केट हत्याकांड) को याद करने के लिए तथा उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए यह दिवस मनाया जाता है। ये उस वर्ष का एक बड़ा कार्यक्रम था जब मज़दूर अपने आठ घंटे के कार्य-दिवस के लिये आम हड़ताल पर थे और पुलिस आम लोगों को भीड़ से तितर-बितर करने का अपना कार्य कर रही थी। अचानक से, एक अनजाने व्यक्ति के द्वारा भीड़ में एक बम फेंका गया और पुलिस ने गोली चलाना शुरु कर दिया जिसमें चार प्रदर्शनकारी मारे गये। रेमण्ड लेविग्ने के द्वारा एक प्रस्ताव के माध्यम से पेरिस के मीटिंग में (साल 1889 में) मई दिवस के रुप में वार्षिक आधार पर इसे मनाने का फैसला किया गया । साल 1891 में, वार्षिक कार्यक्रम के रुप में मनाने के लिये दूसरे अंतरराष्ट्रीय काँग्रेस के द्वारा मई दिवस को आधिकारिक स्वीकृति मिली थी।
हालाँकि, साल 1894 और 1904 में मई दिवस के दिन दंगा हुआ था। एम्सटर्डम के अंतरराष्ट्रीय समाजवादी सम्मेलन में कुछ वक्तव्य दिया गया जहाँ आठ घंटे के दिन के कानूनी स्थापना के लिये पहली मई को प्रभावशाली ढंग से प्रदर्शन के लिये सभी देशों के सभी समाजिक लोकतांत्रिक पार्टी संगठन और व्यापार यूनियनों, मजदूर वर्ग के श्रेणीबद्ध माँग के लिये, और वैश्विक शांति के लिये तथा एक मई को काम रोकने के लिये सभी देशों के मजदूर संगठनों ने इस दिन को अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस मनाने की घोषणा की गयी।
अंतरराष्ट्रीय श्रमिक संगठन (आईएलओ) एक एजेंसी है जो संयुक्त राष्ट्र में उपस्थित है, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर श्रमिक मुद्दों को देखने के लिये इसे स्थापित किया गया है। पूरे 193 (यूएन) सदस्य राज्य के इसमें लगभग 187 सदस्य हैं। विभिन्न वर्गों के बीच में शांति प्रचारित करने के लिये, मजदूरों के मुद्दों को देखने के लिये, राष्ट्र को विकसित बनाने के लिये, उन्हें तकनीकी सहायता प्रदान करने के लिये वर्ष 1969 में इसे नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। अंतरराष्ट्रीय श्रमिक संगठन मजदूर वर्ग के लोगों के लिये अंतरराष्ट्रीय नियमों के उल्लंघन की सभी शिकायतों को देखता है। इसके अलावा इसके पास त्रिकोणिय संचालन संरचना है अर्थात् “सरकार, नियोक्ता और मजदूर का प्रतिनिधित्व करना (सामान्यतया 2:1:1 के अनुपात में)” सरकारी अंगों और सामाजिक सहयोगियों के बीच मुक्त और खुली चर्चा उत्पन्न करने के लिये, अंतरराष्ट्रीय श्रमिक कार्यालय के रुप में अंतरराष्ट्रीय श्रमिक संगठन सचिवालय कार्य करता है।
अंतरराष्ट्रीय मजदूर सम्मेलन, स्वीकार करना या कार्याक्रम आयोजित करना, मुख्य निदेशक को चुनना, मजदूरों के मामलों के बारे में सदस्य राज्य के साथ व्यवहार, अंतरराष्ट्रीय श्रमिक कार्यालय कार्यवाही की जिम्मेदारी के साथ ही जाँच कमीशन की नियुक्ती के बारे में योजना बनाने या फैसले लेने के लिये इसके संचालक संस्था को अधिकार है। इसके पास लगभग 28 सरकारी प्रतिनिधि हैं, 14 नियोक्ता प्रतिनिधि और 14 श्रमिकों के प्रतिनिधि हैं। आम नीतियाँ बनाने के लिये, कार्यक्रम की योजना और बजट निर्धारित करने के लिये जून के महीने में जेनेवा में वार्षिक आधार पर ये एक अंतरराष्ट्रीय श्रमिक सभा आयोजित करता है (श्रमिकों की संसद के पास 4 प्रतिनिधि हैं, 2 सरकारी, 1 नियोक्ता और 1 मजदूरों का नुमाइंदा)। इसीलिए अंतरराष्ट्रीय श्रमिक संगठन एक महत्वपूर्ण संगठन के रूप में विश्व भर में कार्य करता है।
अंतरराष्ट्रीय श्रमिक संघ को प्रचारित और बढ़ावा देने के लिए ये दिवस मनाया जाता है। इसके अलावा श्रमिकों का आठ घंटे के कार्य दिवस की जरुरत को बढ़ावा देने के लिये साथ ही संघर्ष को खत्म करने के लिये अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस मनाया जाता है। पूर्व में मजदूरों की कार्य करने की स्थिति बहुत ही कष्टदायक थी और असुरक्षित परिस्थिति में भी दस से बारह घंटे वे कार्य करते थे। साल 1860 के दशक के दौरान मजदूरों के लिये कार्यस्थल पर मृत्यु, चोट लगना आदि कष्टदायक परिस्थिति बेहद आम बात थी और पूरे दिन कार्य के दौरान काम करने वाले लोग बहुत क्रोधित रहते थे। इसीलिए आठ घंटे के कार्य दिवस की जरुरत को बढ़ावा देने के लिये साथ ही संघर्ष को खत्म करने के लिये अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस मनाया जाता है।
बहुत सारे उद्योगों में श्रमिक वर्ग लोग (अर्थात पुरुष, महिला और बच्चे) की बढ़ती मृत्यु, उद्योगों में उनके काम करने के घंटे को घटाने के द्वारा कार्यकारी दल के लोगों की सुरक्षा के लिये आवाज उठाने की जरुरत थी। मजदूरों और समाजवादियों के द्वारा बहुत सारे प्रयासों के बाद, मजदूरों की अमेरिकन संघ के द्वारा 1884 में श़िकागो के राष्ट्रीय सम्मेलन में मजदूरों के लिये वैधानिक समय के रुप में आठ घंटे को घोषित किया गया और इसी को बढ़ावा देने के लिए अंतरराष्ट्रीय श्रमिक संगठन द्वारा ये दिवस मनाया जाता है।
अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस के दिन विश्व भर में एक आधिकारिक अवकाश होता है। इस दिन मजदूरों की उपलब्धियों को मनाने के लिये पूरे विश्व भर में एक आधिकारिक अवकाश के रुप में वार्षिक तौर पर अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस मनाया जाता है। बड़ी पार्टी और ढ़ेर सारे कार्यक्रमों का प्रबंधन करने के द्वारा लोग मई दिवस या मजदूर दिवस को खुशी से मनाते हैं। स्वतंत्रता दिवस उत्सव की तरह वो रंगों से बैनर और झंडों को सजाते हैं। मजदूर दिवस के बारे में समाजिक जागरुकता बढ़ाने के लिये लोगों के बीच में मजदूर दिवस की बधाई कहने के साथ टीवी चैनल और रेडियो चैनल के द्वारा विभिन्न खबरों और संदेशों को फैलाया जाता है।
इस दिन को मनाने के लिये अंतरराष्ट्रीय मजदूर संगठन के द्वारा विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम सेमिनार भी आयोजित किये जाते हैं। श्रमिक दिवस पार्टी उत्सव का थीम कोई भी कार्टून चरित्र, पश्चिमी संस्कृति शो, खेल, टीवी शो, फिल्म, अवकाश क्रिया-कलाप से भरा मजाकिया क्रियाकलाप आदि होता है। दूसरे श्रमिक दिवस गतिविधियों में वर्ग-पहेली, शब्द बदलकर नया शब्द बनाने वाली पहेली, शब्द खोज पहेली, कोड क्रैकर पहेली, शब्द गड्डमड्ड पहेली, शब्द मिलाना खेल पहेली आदि शामिल है। ये दिवस पूरे विश्व भर में एक ऐतिहासिक महत्व रखता है और पूरे विश्व भर में लेबर यूनियन के द्वारा मनाया जाता है। हिंसा को रोकने के लिये सुरक्षा प्रबंधन के तहत कार्यकारी समूह के द्वारा विभिन्न प्रकार के प्रदर्शन, भाषण, विद्रोह जुलूस, रैली और परेड आयोजित किये जाते हैं।
हर वर्ष 1 मई के दिन अंतराष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाया जाता है। इस श्रमिक दिवस के अवसर पर पूरे विश्व भर में कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किये गये। भारत में भी इस दिन मजदूर संगठनों तथा सरकारों द्वारा विशेष तरह के कार्यक्रम आयोजित किये जाते है। अंतरराष्ट्रीय श्रमिक संगठन (आईएलओ) एक एजेंसी है जो संयुक्त राष्ट्र में उपस्थित है, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर श्रमिक मुद्दों को देखने के लिये इसे स्थापित किया गया है। अंतरराष्ट्रीय श्रमिक संघ को प्रचारित और बढ़ावा देने के लिए ये दिवस मनाया जाता है। इसके अलावा श्रमिकों का आठ घंटे के कार्य दिवस की जरुरत को बढ़ावा देने के लिये साथ ही संघर्ष को खत्म करने के लिये अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस मनाया जाता है। अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस के दिन विश्व भर में एक आधिकारिक अवकाश होता है।
ADVERTISEMENT