विश्व नेत्रदान दिवस पर निबंध

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नेत्रदान दिवस पर निबंध- विश्व दृष्टिदान दिवस पर निबंध- वर्ल्ड ऑय डोनेशन डे निबंध- अंतरराष्ट्रीय नैन दान दिवस हिंदी निबंध- आँखों की संरचना- आँखों का हमारें जीवन में महत्व- नेत्रदान करना क्यों आवश्यक है - World Eye Donation Day Essay in Hindi - About Eye Donation Day - Nibandh

रूपरेखा : प्रस्तावना - विश्व नेत्रदान दिवस कब मनाया जाता है - आँखों की संरचना - आँखों का हमारें जीवन में महत्व - नेत्रदान करना क्यों आवश्यक है - विश्व नेत्रदान दिवस क्यों मनाया जाता है - विश्व नेत्रदान दिवस कैसे मनाया जाता है - विश्व नेत्रदान दिवस का उद्देश्य - उपसंहार।

परिचय / आँख दान करने का दिन / दृष्टिदान दिवस / वर्ल्ड ऑय डोनेशन डे / अंतरराष्ट्रीय नैन दान दिवस-

विश्व नेत्रदान दिवस को अंग्रेजी में "World Eye Donation Day" कहते हैं। हर साल विश्व के विभिन्न देशों में नेत्रदान की महत्ता को समझते हुए 10 जून को 'विश्व नेत्रदान दिवस' के रुप में मनाया जाता है। इस दिवस का उद्देश्य लोगों में नेत्रदान करने की जागरुकता फैलाना तथा उन्हें अपना नेत्र दान करने के लिए प्रोत्साहित करना है।


विश्व नेत्रदान दिवस कब मनाया जाता है / आँख दान करने का दिन कब आता है / दृष्टिदान दिवस कब होता है / वर्ल्ड ऑय डोनेशन डे 2021 में कब है-

समस्त विश्व के विभिन्न देशों में नेत्रदान को महत्व को समझते हुए हर साल 10 जून को ‘विश्व नेत्रदान दिवस’ अथवा 'आँख दान करने का दिन' अथवा 'दृष्टिदान दिवस' अथवा 'अंतरराष्ट्रीय नैन दान दिवस' के रुप में मनाया जाता है। विश्व नेत्रदान दिवस 2021 में, 10 जून गुरुवार के दिन मनाया जायेगा।


आँखों की संरचना / नेत्र की जानकारी-

आँख सभी जीव जंतुओं और मानव के शरीर का आवश्यक अंग होता हैं। आँख या नेत्र जीवधारियों का वह अंग है जो प्रकाश के प्रति संवेदनशील है। हमारे नेत्र का काला गोल हिस्सा 'कार्निया' कहलाता है। यह आँख का एक पर्दा है जो बाहरी वस्तुओं का चित्र बनाकर हमें दृष्टि प्राप्त करता है। दृष्टि एक जटिल प्रक्रिया है, जिसमें प्रकाश किरणों के प्रति संवेदिता, स्वरूप, दूरी, रंग आदि सभी का प्रत्यक्ष ज्ञान समाहित है। आँखें अत्यंत जटिल ज्ञानेन्द्रियाँ हैं, जो दायीं-बायीं दोनों ओर एक-एक नेत्र कोटरीय गुहा में स्थित रहती है। ये लगभग गोलाकार होती हैं। सभी मानव के लिए आँखों का होना अति आवश्यक है चूंकि यदि व्यक्ति के जीवन में दृष्टि न हो तो उसके जीने का कोई मतलब ही नहीं होता और उसे प्रत्येक कार्य के लिए दूसरों पर निर्भर रहना पड़ता है।


आँखों का हमारें जीवन में महत्व / सभी के जीवन में नेत्र की भूमिका-

आँखों और दृष्टि का हमारें जीवन में बहुत बड़ा महत्व है और यह सभी के जीवन में एक अहम भूमिका निभाती है। यदि व्यक्ति के जीवन में दृष्टि न हो तो उसके जीने का कोई मतलब ही नहीं होता और उसे हर काम के लिए दूसरों पर निर्भर रहना पड़ता है। ऐसे तो सभी आंखों के महत्व को समझते हैं और इसीलिए इसकी सुरक्षा भी सभी बड़े पैमाने पर करते हैं। आँख ही सभी के जीवन में रोशनी लाती है। आँख ही शरीर का वह अंग है, जिससे सारी दुनिया की रंगीनी, अच्छी-बुरी सभी चीजें देखी जा सकती हैं। शरीर का सबसे ज्यादा कोमल अंग आँखें होती हैं, इसलिए इनकी सुरक्षा भी उतनी ही जरूरी है। आँखों का काम सिर्फ देखना और देखे हुए संदेश को मस्तिष्क तक पहुँचाना होता है। शरीर की खूबसूरती में भी ये सहायक हैं। कवियों ने तो उपमाएँ देकर आँखों का बखान किया है अपनी कविताओं, गजलों में। जब जुबान खामोश होती है तो आँखें बोलती हैं। कुछ बातें आँखे बयान कर देती है। प्रेमी के शब्दों में- आँखों ही आँखों में इशारा कर हम बाते करने लगे।


नेत्रदान करना क्यों आवश्यक है / आँख दान करना क्यों जरुरी है-

सभी मानव के जीवन में आँखों का एक अहम किरदार होता है। आँख शरीर का वह अंग है जो मानव जीवन को रंगीन बना देता है और उनकी जिंदगी में उजाला भर देती है। इस मानव संसार में हममें से कुछ लोग ऐसे भी हैं जो दूसरों के बारे में भी सोचते हैं। आंखें ना सिर्फ हमें रोशनी दे सकती हैं बल्कि हमारे मरने के बाद वह किसी और की जिंदगी में उजाला भी भर सकती हैं। यही नेत्र दान उन्हें एक नयी जिंदगी दे सकती है। लेकिन कुछ लोग अंधविश्वास के कारण नेत्र दान नहीं करते। उनका मानना हैं कि अगले जन्म में वे नेत्रहीन ना पैदा हो जाएं। इस अंधविश्वास की वजह से दुनियां के कई नेत्रहीन लोगों को जिंदगी भर अंधेरे में ही रहना पड़ता है। सभी लोगों को इस बात को समझना होगा और नेत्रदान अवश्य करना चाहिए। हमारा एक सही फैसला लोगों के जिंदगी में उजाला ला सकता हैं। हमारा इस ग=फैसले से कई घरों में खुशियाँ की खिल-खिलाहट सुनाई देगी।


विश्व नेत्रदान दिवस क्यों मनाया जाता है / आँखों के दान का दिन क्यों मनाते है-

विश्वभर में लोगों में नेत्रदान करने की जागरुकता फैलाना तथा उन्हें अपना नेत्र दान करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए हर साल विश्व नेत्रदान दिवस के रूप में मनाया जाता है।


विश्व नेत्रदान दिवस कैसे मनाया जाता है / वर्ल्ड ऑय डोनेशन डे कैसे मनाते है-

विश्व नेत्रदान दिवस पर सभी नेत्र अस्पतालों में विभिन्न प्रकार के अभियान चलाये जाते है। इस दिवस के दौरान लोगों को नेत्र दान अर्थात आँखों का दान करने के बारे में जानकारी देते है तथा इससे होने वाले लाभ के बारे में लोगों के बीच जागरुकता फैलाते है। कई बुजुर्ग नागरिक को मरने के बाद अपने नेत्र दान करने के लिए अपील की जाती है जिससे की उनके जाने के बाद उनके नेत्र के सहारे किसी और व्यक्ति के जीवन में रोशनी ला सके और उन्हें एक नयी रंगीन जीवन प्रदान कर सके।


विश्व नेत्रदान दिवस का उद्देश्य / आँखों के दान का उद्देश्य-

विश्व नेत्रदान दिवस का उद्देश्य नेत्रदान के महत्व के बारे में व्यापक पैमाने पर जन जागरूकता पैदा करना है तथा लोगों को मृत्यु के बाद अपनी आँखें दान करने की शपथ लेने के लिए प्रेरित करना है। विकासशील देशों में प्रमुख सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्याओं में से एक दृष्टिहीनता है। जो व्यक्ति नेत्रहीन हैं या किसी कारणवश उनकी आखों की रोशनी चली गई हैं। वो किसी तरह इस खूबसूरत दुनिया को देख सकें। इसलिए लोगों को मरनें से पहले आखें दान करने के लिए जागरूक किया जाता हैं।


उपसंहार-

विकासशील देशों में प्रमुख सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्याओं में से एक दृष्टिहीनता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, कॉर्निया की बीमारियाँ (कॉर्निया की क्षति, जो कि आँखों की अगली परत हैं) मोतियाबिंद और ग्लूकोमा के बाद, होने वाली दृष्टि हानि और अंधापन के प्रमुख कारणों में से एक हैं। आँख सभी जीव जंतुओं और मानव के शरीर का आवश्यक अंग होता हैं। आँख या नेत्र जीवधारियों का वह अंग है जो प्रकाश के प्रति संवेदनशील है। आँखों और दृष्टि का हमारें जीवन में बहुत बड़ा महत्व है और यह सभी के जीवन में एक अहम भूमिका निभाती है। यदि व्यक्ति के जीवन में दृष्टि न हो तो उसके जीने का कोई मतलब ही नहीं होता और उसे हर काम के लिए दूसरों पर निर्भर रहना पड़ता है। ऐसे तो सभी आंखों के महत्व को समझते हैं और इसीलिए इसकी सुरक्षा भी सभी बड़े पैमाने पर करते हैं। इसीलिए आँखों को महत्व को देखते हुए तथा लोगों को मरने के बाद अपने आँखों का दान करने के लिए जागरूक करने के लिए यह दिवस मनाया जाता है।


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