ADVERTISEMENT
रूपरेखा: परिचय - गर्मी का मौसम - ग्रीष्म ऋतु के लाभ - ग्रीष्म ऋतु के हानि - गर्मी से बचने के उपाय - निष्कर्ष ।
ग्रीष्म ऋतु का परिचयसाल में चार मौसम होते हैं और इन चारों मौसम में सबसे गर्म गर्मी का मौसम होता है। भारत में छ: ऋतुएँ होती हैं जो एक के बाद एक आती रहती हैं। उन छ: ऋतुओं में से एक ग्रीष्म ऋतु होती है। जब बसंत ऋतु समाप्त होती है तब ग्रीष्म ऋतु आती है। ग्रीष्म ऋतु ग्रीष्मकालीन संक्रान्ति के दौरान शुरू होती है। पृथ्वी का जो भाग सूरज की ओर झुकता है वहां सूरज की धुप ज्यादा पड़ती है और वहां गर्मी का मौसम आ जाता है। मई-जून के महीने में सबसे अधिक गर्मी पड़ती है। गर्मी से बचने के लिए लोग अपने घरों में रहते हैं और पंखा, कूलर, एसी आदि का उपयोग करते हैं। अक्सर लोग शाम को अपने घरों से बाहर आना पसंद करते हैं क्योंकि इस समय धुप कम होती है और गर्मी कम हो जाती है।
मार्च-अप्रैल के महीने में स्कूल के बच्चों की परीक्षाएं खत्म हो जाती हैं। अगली कक्षा में प्रवेश लेने से पहले बच्चों को ग्रीष्मकालीन अवकाश दिया जाता है। मई-जून के महीने में बच्चों की छुट्टियाँ होती हैं जिसका बच्चों को बेसब्री से इंतज़ार रहता है। बच्चे आम जैसे रसीले फलों और आइसक्रीम का मजा लेते हैं।
इस मौसम में बहुत से लोग अपने घरों को छोडकर किसी पहाड़ी इलाके और ठंडी जगहों पर रहते हैं। गर्मी इतनी ज्यादा होती है कि बार-बार नहाने का मन करता है कुछ ठंडा पीने का मन करता है। बार-बार पानी पीने पर भी प्यास नहीं बुझती है। लू इतनी प्रचंड होती है कि घर से बाहर निकलने का मन ही नहीं करता है। इस मौसम में चलना-फिरना भी कष्टदायक हो जाता है। ऐसे मौसम में गुजारा करना मुश्किल हो जाता है बिना कूलर के गुजारा नहीं हो पाता है। ये साल के सबसे लंबे और गर्म दिन होते हैं। इन दिनों में हमें अपने पसंदीदा फल और फसलें मिलती हैं।
गर्मी से मनुष्य जीवन को बहुत लाभ होते हैं। अगर गर्मी अच्छी पडती हैं तो वर्षा भी बहुत अच्छी होती है। गर्मी की वजह से ही खाना पकता है और खाने के योग्य बनता है। ग्रीष्म ऋतु में गर्मी की वजह से विषैले कीटाणु नष्ट हो जाते हैं। इस ऋतु में आम, लीची आदि अनेक रसीले फल भी मिलते हैं। इन फलों का स्वाद ही निराला होता है। गर्मी के दिनों की वजह से जगह-जगह पर शरबत, लस्सी, पेप्सी, ठंडा पानी आसानी से सडकों पर मिल जाता है। गर्मी के दिनों में सभी लोग ठंडी कुल्फी खाना पसंद करते हैं और इन दिनों में लोगों को कुल्फी आसानी से प्राप्त हो जाती है।
गर्मी में लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है जैसे कि पसीने से लथपथ होना, लू लगना, शरीर में पानी की कमी हो जाना आदि। गर्मी के मौसम में लोगों का बाहर आना जाना बहुत ही कम हो जाता है क्योंकि जैसे-जैसे दिन बढ़ता जाता है तामपान भी वैसे-वैसे ही बढ़ता जाता है। इस मौसम में होने वाली भयावह गर्मी के कारण लोग काम करने से भी कतराते हैं। जो लोग ठंड के दिन में एक बार भी नहीं नहाते उनको ये गर्मी दिन भर में चार-पांच बार नहाने पर मजबूर कर देता। अब तो आप समझ ही गए होंगे ये गर्मी हमसे क्या-क्या नहीं करती। कुछ वैज्ञानिक का कहना है की मनुष्य द्वारा उत्पन्न होने वाले प्रदूषण के कारण ही गर्मी का स्तर दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। इस मौसम में तेज गर्मी और धुप पड़ती है और यही इस मौसम की सबसे बड़ी हानि है। चिलचिलाती धुप और तेज गर्मी की वजह से हमारे शरीर से पसीना बहता है।
गर्मी से बचने के लिए हलके और पतले कपडे पहने। गर्मी मौसम में गहरे रंग के कपड़े न पहने। गर्मी मौसम में आम, तरबूज जैसे ठन्डे फलों का सेवन करें। गर्मी मौसम में तेज धुप में बाहर न निकलें। गर्मी मौसम में गर्म हवाओं से बचें। गर्मी मौसम में जूस, लस्सी, गन्ने का रस, नारियल पानी आदि पियें। गर्मी मौसम में हानिकारक कोल्ड्रिंक और पेय पदार्थों से बचें।
हर ऋतु की अपनी-अपनी विशेषता और अपना-अपना महत्व होता है। ग्रीष्म ऋतु गरीबों के लिए वरदान होती हैं वे जहाँ भी चाहते हैं सो जाते हैं। अमीर लोगों के लिए गर्मी का मौसम कम आकर्षक होता है। मनुष्य भगवान का बनाया हुआ एक सबसे बुद्धिमान प्राणी है। हमें हमेशा बढ़ते तापमान के बारे में विचार करने के साथ-साथ उस पर सकारात्मक रूप से कार्य भी करना चाहिए। हमें गर्मी में भी आराम देने वाले साधनों के माध्यम से इस मौसम का आनंद उठाना चाहिए हमें किसी भी तरह से सीमा का उल्लंघन नहीं करना चाहिए।
ADVERTISEMENT