मेरे प्रिय शिक्षक पर निबंध

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शिक्षक का हमारे जीवन में अधिक महत्व है। शिक्षक हमारे जीवन में वह व्यक्ति होता है, जो हमें अच्छी शिक्षा के साथ बहुत सी अन्य महत्वपूर्ण चीजों को सिखाता है। एक शिक्षक अपने विद्यार्थियों के लिए बहुत अधिक मायने रखता है।

एक आदर्श शिक्षक कैसा होना चाहिए इसका जीता-जागता उदाहरण हैं मेरे अनुप सर। वे मेरे सबसे प्रिय शिक्षक भी हैं। उनका वो शांत स्वभाव, हसमुख चेहरा, विनम्रतापूर्ण व्यवहार और अथाह ज्ञान सभी को आकर्षित करता है। स्कूल में सभी विद्यार्थियों के वो चहेते हैं।

वे हमें कक्षा में अँग्रेजी विषय पर पढ़ाते हैं। अँग्रेजी का उन्हें बहुत अच्छा ज्ञान है। कक्षा में सभी विद्यार्थियों को वे आसान तरीके से पढ़ाते हैं। उनके समझाने का तरीका इतना सरल है की सभी को आसानी से हर बात समझ आ जाती है। उनके विषय का हर विद्यार्थी उत्तीर्ण होता है क्यूंकी वे हर विद्यार्थी पर मेहनत करते हैं।

अनुप सर पढ़ाई के साथ-साथ हमें और भी अच्छी-अच्छी बातें बताते हैं। उनका मानना है की जीवन के प्रति हमें सदा सकारात्मक सोच रखनी चाहिए और मार्ग की कोई भी चुनौती आए उसका डटकर मुक़ाबला करना चाहिए।

अनुप सर विद्वान व्यक्ति हैं। उनका अंदर का ज्ञान ही उन्हें आज सब छात्रों का प्रिय बनाया है। विज्ञान, गणित और समाजशास्त्र में भी उनकी रुचि कम नहीं है। अंग्रेजी व्याकरण वे इस प्रकार समझाते हैं कि सारी बातें कक्षा में ही कंठस्थ हो जाती हैं। हिंदी भाषा पर उनका पूर्ण अधिकार है। कोई भी विद्यार्थी अपनी शंका, बिना किसी भय और हिचकिचाहट के उनके सामने रख सकता है और उसका उचित समाधान प्राप्त कर सकता है।

अनुप सर विद्यालय को एक परिवार मानते हैं। सभी विद्यार्थियों को उनका प्यार मिलता है। उन्हें क्रुद्ध (गुस्सा) होते कभी किसी ने नहीं देखा है। वे बहुत अनुशासन व्यक्ति है। वे बहुत हिमायती हैं। पढ़ाई में कमजोर छात्रों पर उनकी ममतामयी दृष्टि रहती है। परीक्षा में अनुत्तीर्ण छात्रों को वे स्ने से पढ़ाते है और उन्हें उत्तीर्ण कराते हैं। कोई छात्र कमजोर होता है तो उन्हें वह अतिरिक्त अध्ययन कराते है।

अनुप सर के जीवन में समय और अनुशासन का बड़ा महत्व है। उनका कहना है की जीवन में समय कभी भी व्यर्थ नहीं करना चाहिए, व्यक्ति को समय का पाबंद होना जरूरी है। साथ ही व्यक्ति का जीवन अनुशासित होना चाहिए।

स्कूल में खेल कूद में वो बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं और हमें भी यही शिक्षा देते हैं की पढ़ाई के साथ-साथ खेल कूद भी जरूरी है।

वह शिक्षण की अच्छी तकनीकियों के साथ, दोस्ताना स्वभाव, हास्य, धैर्यवान और आसानी से सभी परिस्थितियों के अनुसार खुद को ढालने वाले एक अच्छे शिक्षक है। मैं उनके आज्ञाकारी विद्यार्थियों में से एक हूँ। बहुत ही उत्साहित और हमें हमेशा पढ़ाई में सबसे अच्छा करने के लिए प्रोत्साहित करते रहते थे।

अनुप सर की जीवन के प्रति सकारात्मक सोच और उनका व्यवहार मुझे बेहद पसंद है और मैं भी उन्हीं की तरह का व्यक्तिव का धनी बनना चाहता हूँ। सचमुच वे सभी के चहिते शिक्षक है और मेरे प्रिय शिक्षक भी वही हैं।

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