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रूपरेखा : प्रस्तावना - लोगों का आनंद - पूर्व संध्या को राष्ट्रपति का संदेश - विभिन्न कार्यक्रम - दिल्ली का भव्य समारोह - महत्व - उपसंहार।
भारत में ब्रिटिश शासन समाप्त होने के बाद से हमारे यहाँ दो विशेष त्योहारों का आयोजन किया जाने लगा - स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस। इन्हें हम राष्ट्रीय त्योहार के रूप में मनाते हैं। 15 अगस्त का त्योहार देश को स्वतंत्रता मिलने की खुशी में मनाया जाता है, जबकि 26 जनवरी देश में गणतंत्र की स्थापना की याद में मनाया जाता है।
26 जनवरी, 1950 को स्वतंत्र भारत के नए संविधान का श्रीगणेश हुआ। इसलिए 26 जनवरी हमारे गणतंत्र का जन्मदिन है। हर साल जाड़े की ऋतु में भारत की कोटि-कोटि जनता अपने इस प्यारे राष्ट्रीय पर्व को मनाती है। इस दिन पाठशालाएँ, कॉलेज, दफ्तर, , बैंक, सभी सरकारी कार्यालय तथा मुख्य बाजार बंद रहते हैं। लोग बड़े उत्साह से ध्वजवंदन के कार्यक्रमों में भाग लेते हैं। राष्ट्रगीत गाते समय सबके हृदय में राष्ट्रप्रेम उमड़ पड़ता है। भारत के सैकड़ों नगरों तथा लाखों गाँवों में 26 जनवरी का दिन देशप्रेम तथा राष्ट्रीयता की नई लहर पैदा करता है।
गणतंत्र की पूर्व संध्या को हमारे राष्ट्रपति दूरदर्शन पर राष्ट्र के नाम अपना संदेश प्रसारित करते हैं। इस संदेश में वे देश से जुड़ी हुई समस्याओं की चर्चा करते हैं और देशवासियों तथा विदेशों में बसे भारतीयों का अभिनंदन करते हैं।
गणतंत्र दिवस के दिन यानी 26 जनवरी को मकानों की खिड़कियों पर छोटे-छोटे तिरंगे झंडों की शोभा दर्शनीय होती है। जगह-जगह ध्वजवंदन के कार्यक्रमों की धूम मच जाती है। स्कूलों और कालेजों में फहराने के साथ ही तरह-तरह के रंगारंग कार्यक्रम होते हैं। आकाशवाणी के द्वारा इस दिन एक अखिल भारतीय कवि-सम्मेलन का आयोजन किया जाता है।
देश की राजधानी दिल्ली में यह समारोह बड़े पैमाने पर आयोजित किया जाता है। इसमें राष्ट्रपति की भव्य सवारी निकलती है। उस समय विमानों से फूल बरसाए जाते हैं। इस समारोह में हमारी सेना के तीनों अंगों की परेड होती है। राष्ट्रपति परेड की सलामी लेते हैं। इस अवसर पर हमारे विमानों की करिश्माई कलाबाजियों का प्रदर्शन बहुत अनूठा होता है। इस समारोह में देश के विभिन्न प्रदेशों के कलाकार अपने-अपने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करते हैं। विदेशी मेहमानों की उपस्थिति से इस समारोह की शोभा और भी बढ़ जाती । देश के सभी प्रांतों की राजधानियों में भी सैनिक परेडों का आयोजन होता है। संबंधित राज्यों के राज्यपाल इन परेडों की सलामी लेते हैं।
सचमुच, गणतंत्र दिवस अथवा 26 जनवरी हमारा महत्त्वपूर्ण राष्ट्रीय त्योहार है। यह हमारा गणतंत्र पर्व है। यह प्रजातंत्र भारत के गौरव और स्वाभिमान का पावन दिवस है।
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