मेरा अच्छा दोस्त पर निबंध

ADVERTISEMENT

मेरा अच्छा दोस्त पर निबंध हिंदी में - मेरा अच्छा दोस्त पर हिंदी निबंध - मेरा अच्छा दोस्त पर निबंध कक्षा 5, 6, 7, 8 और 9 के लिए - My Best Friend Hindi for Class 5, 6, 7, 8 and 9 Children and Teachers - My Best Friend Essay in Hindi in 50, 100, 150, 200, 250, 300, 350, 400, 450, 500 Words - Mera Sabse Acha Dost par Nibandh in Hindi - Essay on My Friend in Hindi

दोस्त वह होता है, जो हमेशा हमारा साथ देता है तथा उसके साथ समय बिताना हमें अच्छा लगता है। वैसे मैं स्वभाव से स्वाभमानी हूँ जिस कारण सभी के साथ झूल-मिलकर रहता था। मेरे पुरे विद्यालय में मेरा सबसे अच्छा दोस्त सुरेश है । वह मेरी तरह के ही स्वभाव का है। मैं इससे बहुत प्यार करता हूँ। सुरेश मेरा प्रिय मित्र है। मैं हमेशा सुरेश के साथ रहता हूँ।

मेरा दोस्त सुरेश खेल में सबसे श्रेष्ठ खिलाडी है। साथ ही वह शिक्षा मे भी पहला स्थान लाता है। पर वह क्रिकेट का कमजोर खिलाड़ी है। इसलिए मैं उसे क्रिकेट का अभ्यास कराता हूँ। मैं क्रिकेट खेलने में माहिर हूँ। मैं शिक्षा में औसत हूँ। मैं जरुरत पड़ने पर सुरेश से मदद लेता हूँ। लेकिन सुरेश मेरी हर समस्या का समाधान कर देता है। सुरेश संस्कारवान विद्यार्थी है। वो हमेशा बड़ो का आदर करता है। तथा उनकी आज्ञा की पालना करता है।

सुरेश अच्छे आचरण वाला विद्यार्थी है। जो हमेशा अनुशासन में रहता है। जिस कारण सभी शिक्षक इनके बहुत प्यार करते है। कभी भी सुरेश किसी की निंदा नहीं करता है। मेरा दोस्त हर कार्य को शान्ति के साथ करता है। वो छोटी बड़ी लड़ाई झगड़े को भी सुलझा देता है। इस प्रकार वह कभी भी आपसी झगड़े को शिक्षक तक नहीं पहुँचने देता है। सुरेश हर बार कक्षा में प्रथम स्थान पर आता है। जिस कारण उसे प्रधानाचार्य जी भी प्यार करते है। तथा हर प्रतियोगिता में सुरेश भाग लेकर विद्यालय में प्रथम स्थान लाता है। सुरेश को कई बार मंच पर सम्मानित किया जा चूका है।

सुरेश और मैं दोनों डॉक्टर बनना चाहते है। सुरेश के लिए ये कार्य आसान है। लेकिन मेरे लिए मुश्किल है, पर मुझे सुरेश खुभ अभ्यास करा रहा है। तथा हर समस्या को सुलझा रहा है। मुझे लगता है यदि इसी प्रकार चलता रहा तो हम दोनों ही अपने लक्ष्य तक जरुर पहुंचेगे। सुरेश हर समय खुद से ज्यादा मेरे बारे में सोचता है। और मुझे पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करता है। सुरेश को मैं बड़ा आभारी हूँ। हमेशा मैं उसका गुणगान करता हूँ। सुरेश एक ईमानदार तथा दृढ इच्छाशक्ति वाला विद्यार्थी है। जो एक लक्ष्य को निर्धारित करने के पश्चात पीछे नहीं हटता है। जिससे मुझे काफी प्रेरणा मिलती है।

मुझे इस जीवन में सुरेश जैसा मित्र मिला मैं खुद को भग्यशाली समझता हूँ। ऐसा दोस्त पाकर मेरा जीवन सफल हो गया। आज मैं मेरे दोस्त के बदोलत इस मंजिल तक पहुंचा हूँ। सुरेश केवल दोस्त ही नहीं बल्कि एक अभिभावक की भांति मुझे हर समय प्रेरित करता है। तथा जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। यदि सभी को सुरेश जैसे दोस्त मिल जाए. तो जीवन सफल हो जाता है। दोस्ती वह रिश्ता है। जो हर दुःख सुख में साथ रहती है। एक सच्चा दोस्त हमेशा हमारा मार्गदर्शन करता है। तथा जीवन में कुछ करने के लिए प्रेरित करता है। अपने मन को भाव केवल दोस्त के साथ ही प्रकट किये जाते है।

ADVERTISEMENT