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रूपरेखा : परिचय - विज्ञान के कुछ शानदार उपहार - यातायात की सुविधाएँ - मनोरंजन, आदि कई क्षेत्रों में योगदान - सुरक्षा संबंधी कई अविष्कार - उपसंहार।
परिचयविज्ञान मानव के लिए किसी चमत्कार से काम नहीं है। आज का युग में विज्ञान इतना तरक्की कर लिया है की हमे ये कह सकते है की आज का युग विज्ञान का ही युग हैं। जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में विज्ञान ने खूब तरक्की कर ली है। विज्ञान मानव-कल्याण का एक नेत्र है जो मानव-कल्याण की चिंता में लीन है।
विज्ञान के कुछ शानदार उपहारदुनिया में बिजली की खोज कर विज्ञान ने बहुत बड़ी सफलता प्राप्त कर ली है। बिजली ही है जो आज कई के घर भोजन पकाती है, बिना झाड़ू लगाए कमरा साफ़ कर देती है, पंखा चलाती है, घर में प्रकाश देती है। अनेक फैक्ट्री- कारखाने उसी की शक्ति से चलते हैं। आज हमारे अधिकतर काम बिजली पर ही निर्भर हैं। सचमुच, बिजली का आविष्कार आज के युग में किसी चमत्कार से काम नहीं है।
यातायात की सुविधाएँविज्ञान विश्व में यातायात की सुविधाएँ प्रदान कर विश्व को और भी छोटा बना दिया है। रेल, मेट्रो, मोटर जलयानों और हवाई जहाजों के जरिए आज हम हजारों किलोमीटर की यात्रा कुछ घंटो में ही कर सकते हैं। समाचार या प्रसारण वैज्ञानिक आविष्कार भी अदभुत हैं। रेडियो , दूरदर्शन, टेलीफोन एवं मोबाइल की करामात सब जानते ही हैं। ई-मेल तथा मोबाइल के द्वारा पलभर में विश्व के किसी भी कोने में अपना संदेश भेजे जा सकते हैं।
मनोरंजन, आदि कई क्षेत्रों में योगदानरेडियो और दूरदर्शन से काफी मनोरंजन मिलता है। सिनेमा विज्ञान की अदभुत देन है। इसका उपयोग मनोरंजन के साथ शिक्षा के लिए भी होता है। दूरदर्शन द्वारा देश-विदेश के तस्वीरों को हम घर बैठे देख सकते हैं। वीडियो द्वारा तो हम जब चाहें मनपसंद फिल्म या अन्य कार्यक्रम देख सकते हैं। चिकित्सा के क्षेत्र में वैज्ञानिक चमत्कारों ने आमूल परिवर्तन कर दिया है। एक्स-रे द्वारा शरीर के भीतरी भागों की छानबीन की जा सकती है। विज्ञान द्वारा आज पेचीदा और भयंकर रोगों का इलाज तथा उपचार संभव हो गया है। नए-नए प्रकार के हल, ट्रैक्टर, काटने-छाँटने के यंत्र आदि विज्ञान के कृषि-संबंधी आविष्कार हैं। विज्ञान के अन्य चमत्कारों में मुद्रणयंत्र मुख्य है। ज्ञान के प्रचार और प्रसार में इससे बहुत सहायता मिली है। सचमुच, विज्ञान मनुष्य के लिए किसी वरदान ने काम नहीं हैं।
सुरक्षा संबंधी कई अविष्कारसुरक्षा-संबंधी अनेक प्रकार के अस्त्र-शस्त्रों के आविष्कारों ने विज्ञान को अभिशाप बना दिया है। इनके कारण हमारी सभ्यता और संस्कृति खतरे में पड़ गई है। परमाणु बम और हाइड्रोजन बम भी विज्ञान की ही देन हैं। मनुष्य को असंतुलन कर देने वाली विषैली गैस भी विज्ञान के द्वारा ही खोज की गई हैं। विज्ञान के ये खतरनाक आविष्कार मनुष्य जाति के लिए अभिशाप बन गया हैं।
उपसंहारसचमुच, विज्ञान के चमत्कार आश्चर्यजनक हैं। विज्ञान मानव जाति के लिए वरदान बन सकता है, यदि उसका उपयोग मानवहित के लिए किया जाए। आज विज्ञान पुरे विश्व में असंभव कार्य को भी संभव बना दिया है।
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